प्रत्येक वर्ष की भांति, इस वर्ष भी गौतमबुद्धनगर में ग्यारह हजार पौधेरोपण का लक्ष्य निर्धारित कर, पहल वेलफेयर फाउंडेशन के सौजन्य से आज दिनाँक 14th जुलाई‘24 को गौतमबुद्धनगर के मुख्यतः विभिन्न स्थानों पर जैसेकि पैरामाउंट गोल्फ फॉरेस्ट सोसाइटी के पास, रॉयल नेस्ट सोसाइटी के पास, 16th एवेन्यू सोसाइटी के पास, 14th एवेन्यू सोसाइटी एवं जे.के.जी पाम कोर्ट सोसायटी में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
आज के वृक्षारोपण कार्यक्रम में मुख्य अथिति DDRWA के अध्यक्ष आदरणीय श्री एन.पी.सिंह जी एवं भारतीय किसान यूनियन भानू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय ठाकुर भानु प्रताप सिंह जी के साथ में भारतीय किसान यूनियन भानू की राष्ट्रीय अध्यक्ष (महिला प्रकोष्ठ) श्रीमती पूनम चौहान जी, गौतम बुद्धनगर भाजपा की जिला अध्यक्ष श्रीमती रजनी तोमर जी, आरक्षण विरोधी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री यू.एस. राणा जी और ब्रह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अन्नत शर्मा जी शामिल हुए।
संस्था के अध्यक्ष डी.के. सिंह ने बताया कि प्रदूषण देश ही नहीं दुनिया के लिए समस्या है। आज हम इस समस्या से परेशान हैं। ऐसे में आने वाली पीढ़ी को हम क्या देंगे? अभी सांस लेना दूभर हो रहा है तो आगे क्या होगा? कैसे हम अपने बच्चों के लिए उनका कल हरा भरा बना सकते हैं। इसीलिए प्रत्येक वर्ष के अनुसार इस वर्ष भी पहल-संस्था देश के अनेकों शहरों में लगातार वृक्षारोपण अभियान चला रहा है।
संस्था के महामंत्री अतेंद्र चौहान ने बताया कि पौधे शहरों या शहरी इलाकों में लगाते हैं, इनमें से ज़्यादातर इलाकों में पेड़-पौधे नहीं होते। इसके अलावा, पेड़ लगाने से ये इलाके रहने लायक बन जाते हैं। साथ ही, इससे शहर का माहौल भी ज़्यादा सहने लायक हो जाता है। इसीलिए पहल-संस्था के द्वारा पेड़ अक्सर पार्क, बगीचे, सड़क के किनारे, सोसाइटी और घर के बगीचे में सुधार के उद्देश्य से लगाए जाते हैं।
आज के इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष डी.के. सिंह, संस्था के महामंत्री अतेंद्र चौहान, ठाकुर बलबीर सिंह, ए.पी.एस शिशौदिया, ठाकुर किरण पाल सिंह, कृष्ण कुमार सिंह, समीर खोसा, दीपक रॉय, राम मोहन सिंह रावल, जैनेंद्र सिंह सोलंकी, डा.अशोक सिंह, विकास सिंह, पंकज शिशौदिया, अंकुर तोमर, छीतर सिंह, रोहित सिंह, कुंवर आनंद, रत्नेश शुक्ला, राजेंद्र पंजियारा, श्रीमती पूजा चौहान, श्रीमती रश्मि माथुर, कु. वाणी चौहान, अनिरुद्ध चौहान इत्यादि उपस्थित रहे।